मंगलवार, 6 जुलाई 2010

आखों में इकरार पर, होंठो पर इनकार

ज्योतिष हमारे जीवन में कितना महत्व रखता है, यह धोनी की चट मंगनी पट व्याह से साबित हो जाता है। जिन नेताओं को मंत्रिपद पर बैठने के लिए ज्योतिषिये सलाह की जरूरत पड़ती है वे भी इसे ढकोसला सार्वजनिकरूप से स्वीकारते है। क्या आश्चर्य नहीं है? हम बेटी-बेटे का विवाह तो ज्योतिष-महुर्ता के अनुसार करते है पर पेपर्स मै व्यान कुछ और देते है .क्या यही हमारी नैतिकता का तकाजा है? दरअसल हम इसे गुप्त विद्या का गुप्त लाभ ही स्वीकारते है,सार्वजानिक शेयर नहीं चाहते। रही बात ज्योतिस विद्द्य की तो मेरी अबतक की भविष्यवानियों को जिन लोगो ने जाना है, उन्हें यकीं है की सटीक गणना भी की जा सकती है। दोष कुछ कुछ उन ज्योतिषियों की भी है जो फलाफल सतही दृष्टी से कर सिर्फ खानापूर्ति कर देते है। वे सिर्फ गनितिए गणना से बचने के लिए पूरी ज्योतिश्विद्दय को ही बदनाम कर देते है। अष्टकवर्ग ज्योतिष की वह शाखा है जो आज का फलाफल भी बताने मै सक्षम है। इसी वजह से मै खेलों का त्वरित फलाफल दे पता हूँ। इंग्लैंड का पहला आई सी सी टी-२० वर्ल्ड कप जितने की भविष्यवाणी हो या भारत का पंद्रह साल बाद एशिया कप, ये सफल भविष्यवानियाँ अष्टक वर्ग की चमत्कारिक पद्धति की वजह से की गयी। वर्ल्ड कप फूत्बल्ल मै कौन आज जीतेगा का मेरा त्वित खूब पढ़ा गया। जिसे भी ज्योतिष के बारे मै कुछ भी गलत फहमी हो मुझसे संपर्क करे मै दूर करने का वादा करता हूँ। यह भारत की प्रच्याविद्दया है। और संसार मै सबसे सटीक। मै इसकी हिन्तायी बर्दाश्ता नहीं कर सकता.

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